Poems....

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वो दिन थे कुछ और, वो घड़ियां अजब सी।
मेरा यादगार पतझड़
All about 2017...
ग़ज़ल - "कैसे"
चंदा और चकोरी
दहलीज से दूर | गौरव शाक्य
पुराना दौर
गया होगा
Ek baat
अपनों में गैर..!! Gaurav Shakya
हो नहीं सकता।
Heart-attack
I'll be there for you
Aashayein
मैं क्या नहीं करूंगा.!!
प्यार करूंगा ।।
Frustrate me :(
The love | Gaurav Shakya