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Insta:- Being_isronian |
Hey,
I wrote this poem about two years ago, A girl told me to write a poem on the behalf of their situation in the love..., So here it is..,
Based on a true story
चंदा और चकोरी
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वो दिन थे कुछ और, वो रातें थी गजब सी,
वो लम्हा था कुछ प्यारा, जब मिल गए थे दो पंछी,
वो पल था जो रुका नहीं, वो हो गई थी कुछ गुम सी,
वो हो रहा था दूर क्यों..?? और उसकी आंखें नम सी,
काश तू मिल जाए, ना रहे कोई मजबूरी,
तुम एक प्यारे चंदा हो, और मैं हूं एक चकोरी।।
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वो रो रही थी मन ही मन, और घुट रही हरदम थी,
था प्यार कुछ अलग सा, और रूह भी हमदम थी,
वो लड़का थोड़ा शर्माता, ना हर एक बात पसंद थी,
फिर भी वो एक वीरू था, और वो थी उसकी बसंती,
काश ये सब ठीक रहे, ना रहे कहानी अधूरी,
तुम एक प्यारे चंदा हो, और मैं हूं एक चकोरी।।
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चलते चलते घड़ियों का, एक ऐसा आया दौर,
मिलने पहुंची उससे वो, और जगह थी बैंगलौर,
हंसते खिलते मिलते थे, किया था काफी शोर,
वो कहता हम दो पंछी हैं, एक जंगल के दो मोर,
काश तुम अब आ जाओ, तो हो जाए ख्वाहिश पूरी,
तुम एक प्यारे चंदा हो, और मैं हूं एक चकोरी।।
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अफसोस अब तक संभला नहीं, देनी पड़ती धमकी,
प्यार करोगे? खतम करूं? ना किस्मत उसकी चमकी,
थोड़ा दे तू वक्त मुझे, फिर करते रहना मन की,
लगे चरित्र पर दाग उन्हें, मैं धुल आऊं अब जल्दी
काश लग जाए दुआ किसी की, और खतम होए ये दूरी,
तुम एक प्यारे चंदा हो, और मैं हूं एक चकोरी।।
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ए खुदा मुझे तू राह दे, क्या बना दिया ये मंजर,
वो बीज जो कभी उगा नहीं, और धरती ठहरी बंजर,
जान न देना आता उसको, ना मुझपे है कोई खंजर,
कितने देखे फोटो उसके, कोई नहीं कहता बंद कर,
काश, वो प्यार आ जाए, ना हो जाए ये सब चोरी,
तुम एक प्यारे चंदा हो, और मैं हूं एक चकोरी।।
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वो धोखेबाज नहीं होता, जिसे धोखा मिलता हो,
वो पड़ा नहीं रह सकता, जिसे इक मरहम मिलता हो,
ये तो वो एक पांडव है, और भीड़ में हैं सब कौरव,
खुशियां फैले जीवन में, ये लिखता कविता गौरव,
सिर पर हो अब सहरा उसके, और हाथों में हो मेहंदी,
तुम एक प्यारे चंदा हो, और मैं हूं एक चकोरी।।
Thank you
😊
Gaurav Shakya
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Kahiye janaab.!!