न जाने कैसी मोड़ पर वो मुड़ गया होगा,
टूट चुके दिल से भी संभल गया होगा,
पैर रख लिए थे उसने एक अनजान रास्ते पर अपने,
प्यार का मारा न जाने किधर गया होगा,
हां वो रातें खा गया होगा बातें पी गया होगा,
..
मेरे इश्क की राह को छोड़ गया होगा,
वो सब्र करने वाला सब तोड़ गया होगा,
इस कहानी में जोखिम दोनो ने उठाया,
अब तो वो प्यार से भी मूंह मोड़ गया होगा,
हां वो रातें खा गया होगा बातें पी गया होगा,
..
भीड़ में रहकर भी अकेला रह गया होगा,
ज़ख्म मैने दिए वो खुद सह गया होगा,
दिल में दर्द और आंख में आंसू लेकर,
परिवार के सामने वो हंस गया होगा,
हां वो रातें खा गया होगा बातें पी गया होगा,
..
वो बातूनी सा बच्चा चुप हो गया होगा,
अकेलेपन में रह कर खुद खो गया होगा,
आदत थी उसकी मेरे बाद खाने की,
अब शायद भूखे पेट ही वो सो गया होगा,
हां वो रातें खा गया होगा बातें पी गया होगा,
..
मैं जान नहीं सकता की सच क्या होगा,
मेरी तरह पन्नों पर कहानी रच गया होगा,
कुछ बातें सोचने पर मजबूर करती है मुझे,
इस आत्मदाह की दुनिया में क्या वो बच गया होगा.?
हां वो रातें खा गया होगा बातें पी गया होगा,
Thank You
It's another version of me..
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Kahiye janaab.!!