मेरे दर्द के शब्द !!
"👉Last poem ever👈"
Whatever i have written in this poem...It just a fictional..Nothing is relatable with Gaurav.
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दोस्ती करी मैने,
निभाना भी सीख लिया।
थोड़ी सी खुशी मिली,
उससे ज्यादा चीख लिया।
अपनो के साथ में,
मैने मंजर देखे काफी।
जिसके साथ रहता था,
उसने खंजर घोंप दिया।
मौन था और शांत भी,
मैने शिकस्त नहीं किया।
अपने ही दर्द को, मैने शब्द नही दिया।
मेरे ही दर्द को, मैने शब्द नही दिया।
मेरी थी एक परी प्यारी,
रुख उसका भी मोड़ दिया।
जुड़ने से पहले ही,
उसको भी था तोड़ दिया।
किस्मत में नही मिलते ऐसे,
यह कहकर खुद को रोक लिया।
अंधेरा था दिल में मेरे,
बाहर सूरज चौंक लिया।
पीकर दुख के घूंटो को,
मैने खुद में खुद को झोंक लिया।
खेल खिलाकर अपने संग में,
मैने कष्ट नहीं दिया।
अपने ही दर्द को, मैने शब्द नहीं दिया।
मेरे ही दर्द को, मैने शब्द नही दिया।
दो दिलों को नही किया अलग मैं,
क्यूं मेरे साथ में हो लिया।
काश न होता grv वो,
तो पक्का चलती गोलियां।
है बदला लेना मुझको भी,
जा बंदे तुझको देख लिया।
मैं नहीं रहा सन् १७ वाला,
सबक है मैने सीख लिया।
जो उड़ेंगे अब खिलाफ में मेरे,
फिर खेलें खूनी होलियां।
हूं मैं प्यारा प्यार वालों को,
उसने कौन सा प्यार दिया।
मैने माना सबको दोस्त था,
उसने व्यवहार नहीं किया।
अपने ही दर्द को, मैने शब्द नही दिया।
मेरे ही दर्द को, मैने शब्द नही दिया।
अजनबी हैं सबके सब ये,
कभी न कभी तो छोड़ ही जाते।
पूछो उससे जिसने की हो,
साथ में रहने की कुछ बातें।
संभल गया होता मैं भी,
नही मिलता इन सब सांपो से।
गर याद करूं मैं किस्सा वो फिर,
खून है आता आंखों में।
मिले अगर वो वापस से,
रुक न पाऊं अपने हाथो से।
हरकतें थी @##@ वाली,
बात करूं मैं लातों से।
पता चला मुझे इनके बारे,
मैने ट्रस्ट नही दिया।
अपने ही दर्द को, मैने शब्द नही दिया।
मेरे ही दर्द को, मैने शब्द नही दिया।
चलती रही ये जिदंगी,
नही मैने इसको break दिया।
निकले जन्मों के दिन सारे,
न किसी ने मुझको cake दिया।
हां मिली थी मुझको एक चीज़,
खुदा! दोस्त बहुत से fake दिया।
हंसते फिरते फिर भी मैने,
उन सबको overtake किया।
धोखे मिलते दुनिया में,
Mind ये मैंने make किया।
सोच के सब ये बार बार,
मैने इश्क नहीं किया।
अपने ही दर्द को, मैने शब्द नहीं दिया।
मेरे ही दर्द को, मैने शब्द नहीं दिया।
चेहरे पर उदासी थी,
मैने जिक्र नहीं किया।
जो मर्जी वो करें अब,
मैने फिक्र नहीं किया।
जाकर पूछो दीवारों से,
Grv अब क्यूं मौन हो लिया।
दोस्त थे एक पल वो मेरे,
अब न जाने कौन हो लिया।
हां..आते थे दिल पर खरोंच,
पर सब कुछ मैने समझा लिया।
भूल न पाते यादों को,
यादों ने भी कब्जा किया।
शांत रहकर सोचूं बस मैं,
मैने हद नही किया।
अपने ही दर्द, को मैने शब्द नहीं दिया।
मेरे ही दर्द को, मैने शब्द नही दिया।
भूत को न भूल पाया,
वर्तमान में लिख ये दिया।
दिल है खाली लगता अब भी,
खामोशियों को जगह दिया।
हर वक्त पर रोने वाले,
आंसुओं को चुप है किया।
वक्त वक्त की बात है रे!
आज भी पलों को याद है किया।
मेरे चेहरे से जैसा भी लगूं,
मैने दिलों का सौदा नही किया।
अपने ही दर्द को, मैने शब्द नही दिया।
मेरे ही दर्द को मैने शब्द नही दिया।
अपने ही दर्द को, शब्द नहीं दिया।
मैने अपने ही वक्त को वक्त नहीं दिया।
उम्र से ज्यादा मुझे मिले हैं धोखे,
मेरी उम्रें गुजर गई,
मैने धोखा नही दिया।
मैने मेरे ही दर्द को शब्द नहीं दिया।
मैने अपने ही दर्द को, शब्द नहीं दिया।
\\..🥺🥺..//
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It's Bonus Poem👇
शब्द कहो, चाहे आवाज कहो
बिखरे कुछ कुछ साज कहो
जो आया दिल में, लिख दिया कलम से
अब अंदाज कहो, चाहे राज़ कहो
..
पंच लाइन जो आई स्वप्न में
लिखा था उसको, उसी रात में
Poems में उदास हूं दिखता
कुछ गुजरी दिल पर ऐसी बात हैं
यही जुनून था grv का
अब अंदाज कहो, चाहे राज़ कहो
..
छूट जाती थी कलम हाथ से
नींद ने मुझको बहुत सताया
जो समझ न आए, क्या लिखूं आगे
रातों ने था मुझे बताया
यही दशा थी grv की
अब अंदाज कहो, चाहे राज़ कहो
..
अगर खोलोगे तुम कॉपी मेरी
पाओगे मुझे बेचैन परिंदा
दोस्त भी हैं और प्यारी भी
न जाने फिर क्यूं आधा जिंदा
यही दौर था grv का
अब अंदाज कहो, चाहे राज़ कहो
..
छोड़ दी मैंने poetry
वही गौरव और वही दिल है
मर गया कीड़ा, था लिखने का
अब मिलना शायद मुश्किल है
है यही फैसला grv का
अब फरेब कहो, चाहे नाराज़ कहो
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This is being last creation of my life..!!
And now I'm not willing to write anymore..,
I'm not keen to express much more..!!
"अब वो कीड़ा मर गया, दिल की तरह"
That's it..!!
Bye bye
🙋🙋
7 Comments
Bhaiii poetry krna band mat kar hume mazaa aata. Hai teri poetry mein.
ReplyDeleteSir ese na kaho poems dmdar hiti h aapki sach me bht feel hota hai.
ReplyDeleteIt's enough dear, jyada feel mt lo.,mai akela thoda hi likhta hu....kisi aur ko pdh lo...!!
DeleteBhaii kya ho gya., Itni acchi touching lines daalta hai, aur rhyming sb to clear hai lekin chhod kyu raha hai.
ReplyDeleteIt's disappointed.
������
Yrr seh lo., It's disappointed i know but kuch cheeje time rehte hi chhod deni chahiye wo jyada bdhiya hai .👍/❤️
DeleteWhat happened poet��
ReplyDeleteNothing more., Keeping and sitting silent.😊😊🙂
DeleteKahiye janaab.!!