दोस्ती में रिश्ते
रिश्ते बनेंगे तो खटास कम हो जायेगी,बात न करने से मिठास कम हो जायेगी।
कभी तुम भी फोन कर लिया करो,वरना ये तैयारी यहीं खत्म हो जाएगी।
मजबूरी क्या है तुम्हारी, शायद समझ सकूं।अपनी तरफ से एक भी msg न करो, यही दोस्ती है तुम्हारी?
मेरे होने से कोई फर्क है क्या?मैं कॉन्टैक्ट लिस्ट में तो हूं,असल जिंदगी में भी हूं क्या?
दोस्ती कराने वाला कोई तो फरिश्ता है,पता है.?, उस *** के लिए ये MI भी तरसता है!🤗
Gaurav shakya
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Kahiye janaab.!!